||कृं कृष्णाय नमः||
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं, हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं ।
आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं, श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं ।॥ श्री बांके बिहारी...॥
मोर मुकुट प्यारे शीश पे सोहे, प्यारी बंसी मेरो मन मोहे ।
देख छवि बलिहारी मैं जाऊं ।
॥ श्री बांके बिहारी...॥चरणों से निकली गंगा प्यारी, जिसने सारी दुनिया तारी ।
मैं उन चरणों के दर्शन पाऊं ।
॥ श्री बांके बिहारी...॥दास अनाथ के नाथ आप हो, दुःख सुख जीवन प्यारे साथ आप हो ।
हरी चरणों में शीश झुकाऊं ।
॥ श्री बांके बिहारी...॥श्री हरीदास के प्यारे तुम हो। मेरे मोहन जीवन धन हो।
देख युगल छवि बलि बलि जाऊं।
॥ श्री बांके बिहारी...॥श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं, हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं।
आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं, श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं।
भगवान श्री कृष्ण का जन्म उत्तर प्रदेश के मथुरा में हुआ था. यह जन्म भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र को आधी रात में हुआ था. जब-जब धरा पर बढ़ता पाप, श्रीकृष्ण जन्म लेते हैं, अपने भक्तों को त्रास से मुक्त करने और धर्म की स्थापना करने।