ललिता त्रिपुरसुंदरी को पार्वती का अवतार माना जाता है। त्रिपुरा सुंदरी जिसे राजराजेश्वरी , षोडशी , कामाक्षी और ललिता के नाम से भी जाना जाता है, एक हिंदू देवी है, जो मुख्य रूप से शक्तिवाद परंपरा में प्रतिष्ठित है और दस महाविद्याओं में से एक के रूप में पूजी जाती है।
|| जय शरणं वरणं नमो नम: ||
श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी! राजेश्वरी जय नमो नम:!!
करुणामयी सकल अघ हारिणी! अमृत वर्षिणी नमो नम:!!
जय शरणं वरणं नमो नम: श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी...!
अशुभ विनाशिनी, सब सुखदायिनी! खलदल नाशिनी नमो नम:!!
भंडासुर वध कारिणी जय मां! करुणा कलिते नमो नम:!!
जय शरणं वरणं नमो नम: श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी...!
भव भय हारिणी कष्ट निवारिणी! शरण गति दो नमो नम:!!
शिव भामिनी साधक मन हारिणी! आदि शक्ति जय नमो नम:!!
जय शरणं वरणं नमो नम:! श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी...!!
जय त्रिपुर सुंदरी नमो नम:! जय राजेश्वरी जय नमो नम:!!
जय ललितेश्वरी जय नमो नम:! जय अमृत वर्षिणी नमो नम:!!
जय करुणा कलिते नमो नम:! श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी...!
ललिता त्रिपुरसुंदरी को पार्वती का अवतार माना जाता है। त्रिपुरा सुंदरी जिसे राजराजेश्वरी , षोडशी , कामाक्षी और ललिता के नाम से भी जाना जाता है, एक हिंदू देवी है, जो मुख्य रूप से शक्तिवाद परंपरा में प्रतिष्ठित है और दस महाविद्याओं में से एक के रूप में पूजी जाती है ।