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Shri Ram Chandra Aarti
श्री राम जी की आरती

जगमग जगमग जोत जली है । राम आरती होन लगी है ।। भक्ति का दीपक प्रेम की बाती । आरती संत करें दिन राती ।।

Panchmukhi Hanuman Kavach
पंचमुखी हनुमान कवच स्तोत्र

श्री पंचमुखहनुमत्कवच स्तोत्र एवं अर्थ-ॐ अस्य श्रीपञ्चमुखहनुमत्कवचमन्त्रस्य ब्रह्मा ऋषि:। गायत्री छंद:। पञ्चमुख-विराट् हनुमान् देवता। ह्रीं बीजम्। श्रीं शक्ति:। क्रौं कीलकं। क्रूं कवचं। क्रैं अस्त्राय फट्। इति दिग्बन्ध:।

Shree Hanuman Chalisa Hindi
श्री हनुमान चालीसा

श्री हनुमान चालीसा | दोहा : · श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।