आज सभी भगतों पर माँ की लहरायेगी चुनड़िया
नाचो ता ता थइया..नाचो ता ता थइया..
जय जय मइया..जय जय मइया..
जय जय मइया..जय मइया..
जब बच्चो का प्रेम देखकर मइया खुश हो जाती
खोल चुनड़ का पल्ला अपने बच्चो पर लहराती
धन बरसेगा चुनड़ी से सावन में जैसे बदरिया
नाचो ता ता थइया..नाचो ता ता थइया..
सर को झुका कर क्यूँ गुमशुम बैठे हो इतने पीछे
उस पर धन बरसेगा जो आये चुनड़ी के नीचे
कौन कहाँ पर बैठा है,ये देख रही मेरी मइया
नाचो ता ता थइया..नाचो ता ता थइया..
कभी कभी मिलता है सोनू भगतों को ये मौका
चुनड़ी पकड़ कर जो नाचे वो किस्मत वाला होता
चूक ना जाना आज मिला है मौका इतना बढ़िया
नाचो ता ता थइया..नाचो ता ता थइया..
आज सभी भगतों पर माँ की लहरायेगी चुनड़िया
नाचो ता ता थइया..नाचो ता ता थइया..
जय जय मइया..जय जय मइया..
जय जय मइया..जय मइया..