शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव
शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव
जय शिव हर शिव जय जय शिव
हर शिव जय शिव हर हर शिव
ध्यानी शिव महाज्ञ्यानी शिव
भूमंडल के स्वामी शिव
बिन शिव सबकुछ कण समान है
शिव के बिना सब शव समान है
शिव ही तत्त्व हैं शिव ही प्राण हैं
शिव ही जीवन का प्रमाण हैं
शिव समान दाता नहीं कोई
शिव के बिना भाता नहीं कोई
शिव अनंत हैं शिव अखंड हैं
शिव ही सरल हैं शिव ही जटिल हैं
शिव ही तरल हैं शिव ही अनल हैं
शिव ही सौम्य हैं शिव प्रचंड हैं
शिव ही शक्ति शिव ही विधाता
शिव ही हैं मुक्ति के दाता
शिव विराट हैं शिव महान हैं
शिव कृपालु हैं चन्द्रभाल हैं
शिव धरणीधर शिव गंगाधर
शिव ही हैं जग के करुणाकर
शिव अद्भुत हैं, शिव विचित्र हैं
सकल ब्रहम का मूलचित्र हैं
तत्त्वज्ञानी है, योगध्यानी हैं
सबका कारण सकल निवारण
सकल जगत में महादानी हैं
सतगुण रजगुण तमगुण में शिव
सब गुण से बाहर भी शिव हैं
निराकार हैं, निर्विकार हैं
सद्विचार हैं ओमकार हैं
शिव कैलाशी शिव अविनाशी
शिव ही हैं घट घट के वासी
शिव ही पुरातन शिव ही सनातन
शिव ही हैं सब मन के स्वामी
दैनिक जीवन में शिव चालीसा का सार आंतरिक शांति, शक्ति और स्पष्टता को बढ़ावा देता है। इसके छंदों का पाठ करने से भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है, बाधाओं को दूर करने, तनाव कम करने और चुनौतियों के बीच शांति की प्रेरणा मिलती है। यह आध्यात्मिक विकास और कल्याण के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है