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ॐ श्री मत्पंकजविष्टरो हरिहरौ, वायुमर्हेन्द्रोऽनलः। चन्द्रो भास्कर वित्तपाल वरुण, प्रताधिपादिग्रहाः । प्रद्यम्नो नलकूबरौ सुरगजः, चिन्तामणिः कौस्तुभः, स्वामी शक्तिधरश्च लांगलधरः, कुवर्न्तु वो मंगलम् ॥
पूर्णिमा व्रत कथा सत्यनारायण भगवान का पाठ करने से व्यक्ति को हजारों यज्ञों के बराबर पुण्य फल मिलता है। इस व्रत को करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है और भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।